
मीरजापुर चुनार राजकीय महाविद्यालय में सात दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला सम्पन्न शोध के नये प्रयोगों में आँकड़ों के संकलन के महत्व में हो रही है, निरन्तर वृद्धि” —डॉ मयंक सिंह
राजकीय महाविद्यालय में सात दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला सम्पन्न स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार मीरजापुर में आज दिनांक 27 मई 2025 को आईक्यूएसी, कला, मानविकी एवं वाकोवाक्यम शोध संस्थान वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में शोध प्रविधि विषयक सात दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो (डॉ) माधवी शुक्ला एवं मुख्य अतिथि प्रो (डॉ) अंशु मिश्रा, श्री बलदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़ागॉंव, वाराणसी द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। अंतिम दिन की कार्यशाला राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा ‘राजनीति विज्ञान में शोध प्रविधि’ विषय पर आयोजित की गई। मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्रो (डॉ) अंशु मिश्रा, श्री बलदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय बड़ागॉंव, वाराणसी ने राजनीति विज्ञान में शोध हेतु अपनाई जाने वाली प्रविधि पर विस्तार से व्याख्यान दिया। उन्होंने शोध के चरण, उपकल्पना निर्माण, आंकड़ा संग्रहण के तरीकों, आंकड़ों का विश्लेषण, रिपोर्ट निर्माण इत्यादि से संबंधित विस्तार से जानकारी प्रदान किया। समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोo ( डॉ०) माधवी शुक्ला ने कहा कि इस शोध प्रविधि कार्यशाला से स्नातकोत्तर स्तर पर शोध नवाचारों में वृद्धि होगी। सात दिवसीय कार्यशाला की आख्या समन्वयक डॉ कुसुम लता ने प्रस्तुत किया। आइक्यूएसी प्रभारी डॉ चन्दन साहू ने कहा कि इस कार्यशाला से महाविद्यालय में शोध की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी। कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ राजेश कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक डॉ शेफालिका राय ने किया।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. राम निहोर शर्मा, डॉ सूबेदार यादव, डॉ देव कुमार,डॉ रजनीश, डॉ भास्कर द्विवेदी, डॉ संकठा प्रसाद सोनकर, डॉ मनोज कुमार प्रजापति, डॉ दीप नारायण, डॉ अरविन्द कुमार, डॉ राजेन्द्र कुमार, डॉ अरुणेश कुमार, डॉ सत्येन्द्र कुमार, डॉ राजेश कुमार दुबे, डॉ अवधेश सिंह यादव, डॉ गुरु प्रसाद सिंह, डॉ नलिनी सिंह, डॉ दीपक कुमार सिंह, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ शिव कुमार, डॉ चंदन द्विवेदी, डॉ अदिती सिंह, डॉ रीता मिश्रा, डॉ शिखा तिवारी, डॉ मंजुला शुक्ला, डॉ विद्या सिंह, श्री धर्मेंद्र सिंह, श्री रामकेश सोनकर, श्री धर्मचंद्र, श्री रितेश केसरी, श्री जय प्रकाश सिंह, श्री कुर्बान अली सहित अच्छी संख्या में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे